Uttarakhand Nanda Gaura Yojana:- उत्तराखंड सरकार ने राज्य की बालिकाओं के लिए उत्तराखंड नंदा गौरा योजना की शुरुआत की है। इस योजना के माध्यम से राज्य की बालिकाओं के जन्म से लेकर डिप्लोमा या फिर 12वीं कक्षा पास होने तक आर्थिक सहायता राशि प्रदान की जाएगी। जिससे इस राशि का उपयोग कर बालिकाएं उच्च शिक्षा प्राप्त कर अपने पैरों पर खड़ी हो सके और अपना भविष्य उज्ज्वल बना सके। इस योजना का लाभ राज्य के परिवार की अधिकतम दो बेटियों को मिलेगा। यह योजना बेटियों को लेकर नकारात्मक सोच को दूर करने में भी कारगर साबित होगी।
अगर आप उत्तराखंड नंदा गौरा योजना के तहत आवेदन कर आर्थिक सहायता राशि प्राप्त करना चाहते हैं। तो आज हम आपको इस योजना में आवेदन कैसे करें, आवेदन करने के लिए आवश्यक दस्तावेज, लाभ व पात्रता जाने, एप्लीकेशन स्टेटस देखे आदि के बारे में बताने जा रहे हैं। इसलिए आपको यह आर्टिकल विस्तार पूर्वक अंत तक पढ़ना होगा।
Uttarakhand Nanda Gaura Yojana 2025
उत्तराखंड राज्य सरकार ने राज्य की बालिकाओं को लाभ प्रदान करने हेतु उत्तराखंड नंदा गौरा योजना का शुभारंभ किया है। इस योजना के माध्यम से सरकार द्वारा राज्य की बालिकाओं को दो चरणों मैं ₹62000 की आर्थिक सहायता राशि प्रदान की जाएगी। जिसमे पहले चरण में बेटी का जन्म होने पर सरकार द्वारा बालिकाओं को 11000 रुपए की आर्थिक सहायता राशि प्रदान की जाएगी तथा दूसरे चरण में 12वीं कक्षा की परीक्षा उत्तीर्ण होने के बाद 51000 की आर्थिक सहायता राशि प्रदान की जाएगी। यह आर्थिक सहायता राशि लाभार्थी के सीधे बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से ट्रांसफर की जाएगी। इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए लाभार्थी को बेटी के जन्म पर और 12वीं कक्षा की परीक्षा पास करने के बाद 2 फेज में आवेदन करना होगा। आवेदन कैसे करें इसकी जानकारी हमने अपने आर्टिकल में नीचे चरण दर चरण दे रखी है।
उत्तराखंड नंदा गौरा योजना के बारे में जानकारी
योजना का नाम | Uttarakhand Nanda Gaura Yojana |
शुरू की गई | मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी के द्वारा |
लाभार्थी | राज्य की बालिकाएं |
उद्देश्य | बालिकाओं के जन्म से लेकर बेहतर शिक्षा तक आर्थिक सहायता प्रदान करना |
सम्बंधित विभाग | महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग |
वित्तीय सहायता | 62,000 रुपए |
वर्ष | 2025 |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन |
आधिकारिक वेबसाइट | https://nandagaura.uk.gov.in |
उत्तराखंड नंदा गौरा योजना का उद्देश्य
नंदा गौरा योजना को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य उत्तराखंड राज्य की बालिकाओं को जन्म से लेकर उच्च शिक्षा प्राप्त करने तक आर्थिक सहायता प्रदान करना है। इस योजना के तहत राज्य की बालिकाओं को ₹62000 की आर्थिक सहायता राशि प्रदान की जाएगी। इस राशि का उपयोग कर बेटियां शिक्षा प्राप्त कर सके और आत्मनिर्भर व सशक्त बन सकेगी। इस योजना का लाभ राज्य के एक परिवार की केवल दो बालिकाओं को ही प्रदान किया जाएगा। यह योजना बालिकाओं के जीवन स्तर को सुधारने में भी कारगर साबित होगी। और बेटियों को लेकर नकारात्मक सोच को दूर करने में भी कारगर साबित होगी।
वित्तीय सहायता
इस योजना के तहत बेटी के जन्म होने पर 11,000 रुपए की आर्थिक सहायता राशि और जब बेटी 12वीं कक्षा उत्तीर्ण करती है तो उसे 51,000 रुपए की आर्थिक सहायता राशि सीधे उसके बैंक खाते में भेजी जाएगी।
Uttarakhand Nanda Gaura Yojana 2025 के लाभ तथा विशेषताएं
- उत्तराखंड राज्य सरकार ने राज्य की बालिकाओं के लिए उत्तराखंड नंदा गौरा योजना का शुभारंभ किया है।
- इस योजना के माध्यम से राज्य की बालिकाओं को जन्म से लेकर 12वीं कक्षा पास होने तक आर्थिक सहायता राशि प्रदान की जाएगी।
- इस योजना के तहत बालिकाओं के जन्म पर ₹11000 रुपए की आर्थिक सहायता राशि प्रदान की जाएगी।
- तथा 12वीं पास होने के बाद बालिकाओं को ₹51000 की आर्थिक सहायता राशि प्रदान की जाएगी।
- यक सहायता राशि सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से ट्रांसफर की जाएगी।
- जिसका उपयोग बालिकाएं उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए कर सकती है और अपना भविष्य उज्ज्वल बना सके।
- इस योजना का लाभ एक परिवार की अधिकतम दो बेटियों को दिया जाएगा।
- उत्तराखंड नंदा गौरा योजना के तहत बालिकाएं आत्मनिर्भर व सशक्त बन सकेगी।
उत्तराखंड नंदा गौरा योजना के लिए पात्रता
- आवेदक बालिका को उत्तराखंड राज्य का स्थाई निवासी होना चाहिए।
- एक परिवार की केवल 2 बेटियाँ इस योजना के लिए पात्र होंगी।
- आवेदक के परिवार की वार्षिक आय 72,000 रुपए से अधिक नहीं होनी चाहिए।
- इस योजना के तहत प्रथम चरण का लाभ प्राप्त करने के लिए बालिका के जन्म के 6 माह के भीतर ही आवेदन करना होगा।
- जिन बालिकाओं का जन्म किसी सरकारी या प्राइवेट अस्पताल या एएनएम सेंटर में जन्म हुआ हो केवल वे इस योजना के लिए पात्र है।
- लाभार्थी का बैंक का खाता आधार कार्ड से लिंक होना चाहिए।
उत्तराखंड नंदा गौरा योजना के आवश्यक दस्तावेज़
प्रथम चरण ( बेटी के जन्म पर )
- माता-पिता या अभिवावक का आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- महिला का प्रसव प्रमाण पत्र
- बालिका का जन्म प्रमाण पत्र
- बैंक पासबुक की फोटो कॉपी
- आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा जारी किया गया प्रमाण पत्र
दूसरे चरण (12वीं कक्षा पास होने पर)
- माता-पिता का आधार कार्ड
- बालिका का आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- जन्म प्रमाण पत्र
- स्वघोषित अविवाहित प्रमाण पत्र
- 12वीं कक्षा उत्तीर्ण प्रमाण पत्र
- आंगनवाड़ी द्वारा जारी किया गया प्रमाण पत्र
- विद्यालय द्वारा जारी किया गया प्रमाण पत्र
- बैंक खाते का विवरण
Uttarakhand Nanda Gaura Yojana 2025 के अंतर्गत ऑनलाइन आवेदन कैसे करें?
1st Step:- सबसे पहले आपको नंदा गौरा योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
2nd Step:- वेबसाइट के होम पेज पर आपको नंदा गौरा आवेदन पत्र के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
3rd Step:- क्लिक करने के बाद आपको फेज-1 आवेदन पत्र (कन्या के जन्म पर) के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
4th Step:- यदि आप 12 वीं पास के लिए आवेदन करना चाहते है तो आपको फेज-2 आवेदन पत्र (बालिका के इंटर उत्तीर्ण करने पर) के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
5th Step:- उसके बाद आपके सामने योजना का आवेदन फॉर्म खुल जायेगा।
6th Step:- आवेदन फॉर्म में पूछी सभी जानकारी को ध्यानपूर्वक दर्ज करना होगा।
7th Step:- उसके बाद आपको मांगे गए आवश्यक दस्तावेज़ों को स्कैन कर अपलोड करना होगा।
8th Step:- सभी जानकारी दर्ज करने के बाद आपको सबमिट के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
9th Step:- इस प्रकार आप नंदा गौरा देवी योजना फेज-1 और फेज-2 के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते है।
10t Step:- अंत में आपको एक Application ID प्राप्त होंगी जिसे आपको सुरक्षित रख लेना है।
FAQs
उत्तराखंड नंदा गौरा योजना को किसके द्वारा शुरू किया गया है?
उत्तराखंड नंदा गौरा योजना को पुष्कर सिंह धामी जी के द्वारा शुरू किया गया है।
Uttarakhand Nanda Gaura Yojana के तहत बालिका के जन्म से 12वीं कक्षा पास होने तक कितनी आर्थिक सहायता राशि प्रदान की जाएगी?
Uttarakhand Nanda Gaura Yojana के तहत बालिका के जन्म से 12वीं कक्षा पास होने तक 62,000 रुपए की आर्थिक सहायता राशि प्रदान की जाएगी।
उत्तराखंड नंदा गौरा योजना का लाभ किसे मिलगा?
उत्तराखंड नंदा गौरा योजना का लाभ एक परिवार की केवल दो बेटियों को मिलेगा।